पंजाब के लिए अगस्त अब भी उजाड़े के साल की याद लिए आता है. उन बेशुमार परिवारों की यादों के झरोखों से दुःख और अवसाद की बारिश करता रहता है, जो अपना सब कुछ पीछे छोड़ कर ख़ाली हाथ उधर से इधर चले आए थे. और वहाँ से चले हुए सारे लोग भी यहाँ तक कहाँ पहुंच पाए. [….]