“आप ख़्वाहमख़्वाह कुत्तों से डरते हैं. हर कुत्ता बावला नहीं होता. जैसे हर इंसान पागल नहीं होता. और फिर ये तो ‘अलसेशियन’ है. बहुत ज़हीन और वफ़ादार.” कैप्टन हमीद ने हमारी ढारस बंधाते हुए कहा.कैप्टन हमीद को कुत्ते पालने का शौक़ है. शौक़ नहीं जुनून है. कुत्तों को वो इतनी मोहब्बत से पालते हैं जो वालदैन को अपने इकलौते बच्चे से होती है. मैं इस मुआमले में उनकी ज़िद वाक़े हुआ हूं. [….]