एलबीटी | नृत्य नाटिकाओं की प्रस्तुति के साथ कार्यशाला का समापन

  • 3:53 pm
  • 13 January 2021

भोपाल, 12 जनवरी | रंगश्री लिटिल बैले ट्रुप और योगी डांस थिएटर के संयुक्त तत्वावधान में पन्द्रह दिनों से चल रही ‘समकालीन लयात्मक नृत्य प्रशिक्षण कार्यशाला’ का आज समापन हुआ.
इस मौक़े पर बच्चों और युवाओं ने रोचक रंग-प्रस्तुतियां दी. कवि राजेश जोशी और श्रीमती छाया सागर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे.

इस कार्यशाला में प्रशिक्षण के दौरान कला और साहित्य की अंतर्निर्भरता पर विशेष ध्यान दिया गया. इसके लिए मंचन के उपयुक्त नवीन सागर की दो बाल कविताओं और राजेश जोशी की दो कविताओं का सामूहिक रूप से प्रशिक्षणार्थियों ने ही चयन किया. प्रस्तुति के लिए वय के अनुसार पात्र चयन से मंचन विश्वसनीय बन सका.

नवीन सागर की “उड़ो-उड़ो”और “तुम भी आना” में बच्चों ने चिड़ियों के कार्य-व्यवहार को मानवीय भावबोध की शिक्षाओं की तरह दिलचस्प कोरियोग्राफ़ी में सहज और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया.

राजेश जोशी की चर्चित कविता “दो पंक्तियों के बीच” को योगेन्द्र सिंह राजपूत और सिमरन बहल ने अलग-अलग पंक्तियों के प्रतीक रूप में जटिल किरदारों का रोचक और विश्वसनीय ढंग से निर्वाह किया. “मैं झुकता हूँ” में मनुष्य के झुकने की क्रियाएँ हैं, जो सहज हैं लेकिन कविता अन्याय के विरुद्ध झुकने का निषेध करती हुई मानवीय गरिमा और स्वाभिमान को प्रतिष्ठित करती है.

इसकी प्रस्तुति में निर्देशक ने नृत्य के अभिनटन पक्ष पर ज्यादा जोर दिया है. इसलिए नृत्य नाटिका में देहगतियों के सौन्दर्य के साथ मंच अभिनय भी आकर्षण और प्रभावोत्पादकता बढाता है.

इस नाटिका में योगी,मोनिका पांडे बोहरे, किरण मारन, सिमरन बहल, पीयूष मिश्रा, दिव्यांशी मेहरा, सुनीता जायसवाल,और रिया दीपक ने शिरकत की.रंगश्री की सचिव निरूपा जोशी ने कार्यशाला के निर्देशक, प्रतिभागियों और उनके अभिभावकों का आभार व्यक्त किया.


अपनी राय हमें  इस लिंक या feedback@samvadnews.in पर भेज सकते हैं.
न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब करें.