दुधवा | बारहसिंगों के डीएनए प्रोफ़ाइल की पहल

  • 7:53 pm
  • 17 March 2021


बांकेगंज | बारहसिंगों के संरक्षण की पहल करते हुए दुधवा नेशनल पार्क ने उनका डीएनए प्रोफ़ाइल तैयार कराने का फ़ैसला किया है. देहरादून के भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यू.आई.आई.) के वैज्ञानिकों के सहयोग से आनुवंशिक डेटा तैयार किया जाएगा, उनकी वृद्धि दर का तुलनात्मक अध्ययन भी होगा.

दुधवा में हिरनों की पांच प्रजातियां बारहसिंगा, पाढ़ा, चीतल, सांबर और कांकड़ पाई जाती हैं. बारहसिंगा उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु है, साथ ही दुधवा पार्क के अफ़सरों का दावा है कि बारहसिंगों की इतनी बड़ी आबादी एशिया में कहीं और नहीं. डीएनए प्रोफ़ाइल से इनकी नस्लों का मिलान और सेहत का ब्योरा बन सकेगा, साथ ही इन्हें बीमारियों से बचाने और इनकी आबादी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.

दुधवा टाइगर रिजर्व के मुख्य वन संरक्षक संजय पाठक ने बताया कि 1977 में दुधवा नेशनल पार्क की स्थापना के समय से ही बारहासिंगों के संरक्षण पर ख़ास ज़ोर दिया जाता रहा है. डीएनए प्रोफ़ाइल बन जाने से इनके आनुवांशिक स्वास्थ्य का पता चल सकेगा. साथ ही गंगा बेसिन और शारदा बेसिन में मिलने वाले बारहसिंगों के तुलनात्मक अध्ययन से संरक्षण और संवर्धन में मदद मिलेगी.

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