फ़िल्मकार-लेखक ख़्वाजा अहमद अब्बास ने एक इंटरव्यू में ख़्रुश्चेव से पूछा था कि उनके देश में ‘आवारा’ की असाधारण लोकप्रियता की क्या वजह है? ख़्रुश्चेव का जवाब था, ‘रूस ने विश्व युद्ध की मार काफ़ी ज्यादा झेली है [….]
पारसी रंगमंच के बड़े नाटककारों में शुमार किए जाने वाले आग़ा हश्र का असली नाम तो आग़ा मुहम्मद शाह था. उनके वालिद ग़नी शाह तिजारत के सिलसिले में कश्मीर से कभी बनारस आए तो वहीं आबाद हो गए. उनकी पैदाइश बनारस ही के मुहल्ला गोविंद कलां में हुई और जब लिखने लगे तो अपने नाम के साथ पुरखों के वतन का जोड़ लिया था. [….]