‘तरक़्क़ीपसंद तहरीक की रहगुज़र’ ज़ाहिद ख़ान के लेखों का ताज़ा मज्मूआ है, जिसमें जोश, फ़िराक़, मजाज़, मजरूह और वामिक़ जौनपुरी की शख़्सियत का ख़ाका शामिल है तो मुज़्तबा हुसैन, यशपाल, बलराज साहनी, प्रेम धवन, शौकत कैफ़ी और अण्णा भाऊ साठे के काम और उनकी ज़िंदगी की तफ़्सील भी है. [….]