आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस वर्ष में देश अलग-अलग तरह से अपनी आज़ादी की स्मृतियों को ताज़ा कर रहा है. भिन्न-भिन्न रूपों में आज़ादी की याद सामने आ रही है. अतीत की स्मृतियों से गुज़रना सिर्फ़ इतिहास के पन्ने पलट लेना भर नहीं है बल्कि उसके लिए इतिहास दृष्टि का होना ज़रूरी है. [….]