मवाना की चीनी जैसी ही शोहरत मुखत्यार सिंह की बालूशाही को मिली. यों मुख्त्यार हलवाई के हुनर, उनके नाम और बालूशाही के स्वाद की ख्याति चीनी मिल से भी पुरानी है. उनकी दूसरी और तीसरी पीढ़ी बालूशाही के पुराने खस्तेपन और सोंधेपन का किरदार बचाए हुए है. [….]