उर्मिला अपना सामान बांध रही थी. उसे गांव जाना है. होली के हफ़्ते भर बाद ही उसने कुछ दिन की छुट्टी ले रखी है. उर्मिला आसपास के घरों में काम करती है और उसी कमाई से वह अपना घर चलाती है और अपने तीन बच्चों के लिए एक बेहतर कल के सपने बुनती है. [….]
इबादत करना फ़र्ज़ है, और हक भी.
रमज़ान का महीना रोज़े और इबादत का महीना, बरकतों वाला महीना है. अल्लाह ख़ैर करे, इस साल हालात मुख्तलिफ़ हैं. दुनिया में वबा फैली है. मुल्क भी उसी की चपेट में है. ऐसे में हुकूमत ने एहतियात के तौर पर तालाबंदी कर दी है. पिछले लगभग एक महीने से हम सब तालाबंदी में जीने की आदत डाल रहे थे कि रमज़ान आ गए. [….]