यह 1989 की बात है. तब इफ़्फ़ी यानि भारतीय अन्तरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह दिल्ली के सिरी फोर्ट में हुआ करता था. वो भी जनवरी के महीने की कड़कती ठंड में. यूट्यूब और टॉरेंट सिर्फ़ साइंस फिक्शन में हुआ करते थे, बल्कि वहां भी नहीं थे. [….]