मुंबई | तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी की गहमा-गहमी के बावजूद शहर में साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियां भी बराबर जारी रहती हैं. मुंबई के अदीबों ने शहर की इस ख़ूबसूरत रिवायत को अब तक बरक़रार रखा है. शहर के मिज़ाज और विरोधाभास को कभी अली सरदार जाफ़री ने [….]