7, जुलाई 2021 | टोक्यो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धाओं का चौथा दिन.
ओलंपिक खेल क्या पूरा ओलंपिक आंदोलन अपनी प्रकृति में एमेच्योर है. इसमें कोई भी प्रोफ़ेशनल खिलाड़ी भाग नहीं ले सकता है. लेकिन इन खेलों में पदक जीतना हर छोटे-बड़े खिलाड़ी का सपना होता है [….]
आज़ादी आंदोलन में जब हिंदी के महत्वपूर्ण लेखक क़लम चलाने के साथ ही पत्रिकाओं का संपादन भी कर रहे थे, उनका उद्देश्य पराधीनता से मुक्ति ही था. ‘प्रताप’, ‘इंदु’, ‘सरस्वती’, ‘ब्राह्मण’, ‘चाँद’ और ‘माधुरी’ सरीखी पत्रिकाएं साहित्य के उन्नयन साथ-साथ औपनिवेशिक दासता से ख़िलाफ़ जनजागरण की भावना से प्रेरित रहीं. [….]
दुनिया में खेल का सबसे बड़ा रंगमंच सज चुका है. उससे पर्दा उठ चुका है. आज से उगते सूरज की धरती पर 32वें ओलंपिक खेलों की शुरुआत हो चुकी है. जहां 33 खेलों की 339 स्पर्धाओं में 200 से ज़्यादा देशों के 11300 से भी ज़्यादा खिलाड़ी अपने हुनर, अपनी क़ाबिलियत और अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करने को कमर कस चुके हैं. [….]
बांदा | बुंदेलखंड के बकस्वाहा जंगल में हीरा खनन का मुद्दा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के बाद अब संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) पहुंच गया है. गुना के पर्यावरण कार्यकर्ता डा.पुष्पराग शर्मा ने 13 जुलाई को आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फ़ॉर कंज़र्वेशन ऑफ़ नेचर) को एक याचिका भेजी है. [….]