धारचूला | सीबीटीएस (क्लाइंबिंग बियाँड द समीट्स) की टीम ने माउंट अन्नपूर्णा का आरोहण पूरा कर लिया. भारतीय महिला पर्वतारोहियों का यह पहला दल एवरेस्ट विजेता योगेश गर्ब्याल की अगुवाई में 16 अप्रैल को चोटी पर पहुंचा. [….]
यह सन् 1940 की बात है, जब रोज़गार की तलाश में एक नौजवान इक़बाल हुसैन अपना शहर जयपुर छोड़कर बंबई पहुंच गया. वहां बस में कंडक्टर का काम पा गया. तबियत से शायर था, सो अपने काम के सिवाय शायरी करता. कहीं मुशायरा होता तो उसमें शिरकत भी करता. [….]
कानपुर। पंचायत चुनाव के लिए पहले चरण में सेंट्रल यूपी और बुंदेलखंड के कानपुर, हरदोई और महोबा ज़िले में 15 अप्रैल को मतदान होगा. बुधवार का दिन चुनाव की ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के चुनाव सामग्री हासिल करने और ड्यूटी की जगह रवाना होने का था. [….]
हरिद्वार | कल यानी 14 तारीख़ को बैसाखी के मौक़े पर शाही स्नान हरिद्वार कुम्भ का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. आकाशवाणी के देहरादून केंद्र को इस का आंखों देखा हाल प्रसारित करना है. आकाशवाणी की पूरी टीम आज शाम पहुंच चुकी है. [….]
कानपुर | तमाम के ज़िलों के ब्लॉक दफ़्तरों पर पंचायत चुनाव के लिए नामांकन कराने वालों का हुजूम मंगलवार को भी जुटा. कई दावेदार पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं, उनकी मुश्किलें और जिज्ञासाएं अलग और आरक्षण की वजह से उम्मीदवारी बदलने वालों की मुश्किले कुछ और. [….]
नौ अप्रैल प्रगतिशील लेखक संघ का स्थापना दिवस है. सन् 1936 में आज ही के दिन लखनऊ के ‘रफ़ा-ए-आम’ क्लब में प्रगतिशील लेखक संघ का पहला राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ, जिसमें बाक़ायदा संगठन की स्थापना हुई. [….]
उन कहानियों को सुनते हुए तब जंगल का इतना ही मतलब समझ आता था कि वहाँ तरह-तरह के पेड़-पौधे और जानवर हैं, जिनकी अपनी दुनिया है. वहाँ शेर की माँद है, ख़रगोश के बिल और दीमक की बाँबी भी. लोमड़ी है कि दिन भर बिल खोदती है [….]
देहरादून | उत्तराखंड में जंगलों की आग विकराल हो गई है. पिछले दो दिनों में ही क़रीब 70 हेक्टेयर जंगल ख़ाक हो गए. सूबे के अलग-अलग हिस्सों में जंगल की आग में झुलसने से चार लोगों की जान चली गई. हालात बेकाबू होते देखकर इतवार को मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री से केंद्रीय मदद का आग्रह किया. [….]
भारतीय सिनेमा की ट्रेजडी क्वीन मीनाकुमारी की फ़िल्में, नज़्में और ज़िंदगी के क़िस्से ज़ेहन में आते ही पाकिस्तान के शायर मोहसिन चंगेज़ी बरबस याद आते हैं, ‘सुख का किरदार निभाने के लिए उम्र तमाम, मैं ने रोती हुई आंखों से अदाकारी की.’ [….]
प्रयागराज | विश्व रंगमंच दिवस के मौक़े पर आयोजित बैकस्टेज शब्द पर्व में नाट्य समीक्षक डॉ.अमितेश कुमार ने कहा, ‘रंगमंच हमेशा पहले से स्थापित सत्य से अलग राह पकड़ता है, इसलिए रंगमंच हमेशा नया होता जाता है. [….]