बरेली में ख़्यालगोई की पुरानी रवायत कोविड आने के पहले तक जैसे-तैसे चलती ही रही थी, मगर ज़िंदगी की बहुतेरी ख़ूबसूरत चीज़ों की तरह यह रवायत भी महामारी की भेंट चढ़ गई. नवरात्रि के मौक़े पर कालीबाड़ी में जुटने वाले मेले का एक आकर्षण ख़्यालगोई का दंगल भी हुआ करता था, जिसमें दूसरे शहरों के नामचीन ख़्यालगो भी शिरकत करते थे और सुनने वालों की भीड़ [….]