ज़्यादातर लोगों के लिए इतिहास उबाऊ होता है, लेकिन यह भी सही है कि जो उसमें डूबता है, यह उसे उतना ही रुचिकर भी लगता है. एक के बाद एक जिज्ञासा से नए-नए सूत्र मिलते हैं और उन सूत्रों से कहानी की ऐसी शक्ल बनती है, जिसका अंदाज़ पहले से नहीं लगाया जा सकता. [….]