बात 1381 साल पहले की है. यह अजब जंग थी. इंसानी तहज़ीब और तारीख़ का सबसे ख़तरनाक अंधा मोड़. जब कर्बला में अंधेरों ने सच की उजियारे को निगल जाने की नाकाम कोशिश की थी. [….]
फ़िल्म डायरेक्टर और सिनेमैटोग्राफ़र निकोलस प्रॅफेरे से कोलम्बिया यूनिवर्सिटी के उनके विद्यार्थियों ने पूछा कि फ़िल्म मेकिंग के बारे उन्हें कौन सी किताब पढ़नी चाहिए? निकोलस का जवाब था – डियर थिओ. विन्सेंट वान गॉग के अपने भाई थिओ को लिखे ख़तों का यह संग्रह पढ़ने का मशविरा देने के पीछे उनका तर्क था [….]