होमी व्यारावाला भारत की पहली महिला फ़ोटोजर्नलिस्ट थी. फ़ोटोजर्नलिस्ट के तौर पर क़रीब चालीस साल तक सक्रिय रहीं होमी व्यारावाला की तस्वीरें आज़ादी की लड़ाई के दौर का महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं. [….]
फ़िल्म डायरेक्टर और सिनेमैटोग्राफ़र निकोलस प्रॅफेरे से कोलम्बिया यूनिवर्सिटी के उनके विद्यार्थियों ने पूछा कि फ़िल्म मेकिंग के बारे उन्हें कौन सी किताब पढ़नी चाहिए? निकोलस का जवाब था – डियर थिओ. विन्सेंट वान गॉग के अपने भाई थिओ को लिखे ख़तों का यह संग्रह पढ़ने का मशविरा देने के पीछे उनका तर्क था [….]