कुशीनगर में सुकरौली बाज़ार पूर्वांचल में गुड़ की बड़ी मंडी है. जाड़े के दिनों की शुरुआत के साथ ही सुकरौली में जगह-जगह लबे सड़क ही धुएं-भाप में घिरे ठिकानों पर मजदूर गन्ना पेरने और गुड़ बनाने में जुटे मिलते हैं. [….]
गोरखपुर | राप्ती के किनारे दो बांधों के बीच में बसे मंझरिया, जवइनिया और केरवनिया गांव ऐसे हैं, जो मानसून की शुरुआत से लेकर अगले दो-तीन महीने तक पानी से घिरे रहते हैं. राप्ती में पानी बढ़ते ही इन गांवों की सड़कें-रास्ते डूब जाते हैं. [….]
यह बात सन् 1938 की है, जब डेन्यूब वाले मुल्क में जन्मा वह शख़्स अपनी पत्नी के साथ हिन्दुस्तान आया. गोरखपुर में चौरीचौरा के क़रीब सरदारनगर की मजीठिया इस्टेट डिस्पेंसरी में काम करने लगा और फिर यहीं का होकर रह गया. [….]