साधारण-से-साधारण और छोटी-सी-छोटी बात को गहराई से सोचने-समझने और उस पर अमल करने के अभ्यस्त हैं, ‘विकास’ (सहारनपुर) के सम्पादक श्री कन्हैयालाल मिश्र, जिनके रेखाचित्र मन को गहराई को नापने में सफल हुआ करते हैं. ऐसे ही मनोवैज्ञानिक विश्लेषण इन रेखा-चित्रों में आपने प्रस्तुत किये हैं. – सम्पादक [….]