खेल मैदान पर कई बार खिलाड़ी कुछ ऐसे अद्भुत दृश्य अपनी भावनाओं की कूंची से उकेर देते हैं, जिन्हें केवल और केवल महसूस किया जा सकता है. [….]
बिजनौर | राजपुर नवादा गाँव में पाँच कमरों और बड़े से आंगन वाली वह हवेली काफ़ी जीर्ण-शीर्ण दिखने लगी है. हवेली में दाख़िल होने के दो रास्ते हैं और इन्हीं में से एक के माथे पर लिखा ‘रामजानकी भवन’ वक़्त की मार से हालांकि अभी बचा रह गया है. सौ साल से ज़्यादा पुरानी यह हवेली दुष्यंत के पुरखों की है. यहीं वह जन्मे और उनका बचपन भी यहीं बीता. [….]
हत्या की एक घटना की पड़ताल में ‘जाजमऊ का टीला’ से जुड़े अद्भुत प्रसंगों से रूबरू होने का यह मौक़ा तब है, जब इस रहस्य से परदा उठ चुका है कि चंद्रवंशी राजा ययाति के रिश्ते वाले आख्यान से शुरू होकर अब यह भू-माफ़िया की साजिशों और ख़ूनी संघर्षों में तब्दील हो चुका है. हाक़िमों और पुरातत्व विभाग को छकाकर वे अपने ढंग से नए-नए क़िस्से गढ़ते रहे हैं. [….]