होमी व्यारावाला भारत की पहली महिला फ़ोटोजर्नलिस्ट थी. फ़ोटोजर्नलिस्ट के तौर पर क़रीब चालीस साल तक सक्रिय रहीं होमी व्यारावाला की तस्वीरें आज़ादी की लड़ाई के दौर का महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं. [….]
उर्दू की प्रगतिशील धारा के कवियों में जनाब वामिक़ जौनपुरी एक रौशन मीनार की तरह दीप्तिमान हैं. एक प्रगतिशील कवि होने के नाते वामिक़ साहब विचारधारात्मक प्रोपगंडे को साहित्य के लिए ज़रूरी मानते हैं पर उनकी शायरी में नारा अपनी कलात्मकता के साथ इस तरह दिखलाई पड़ता है कि वह काव्य सौन्दर्य का एक अंग बन जाता है. [….]