इतिहास में जहां भी महाराजा रंजीत सिंह के ‘खालसाराज’ का ज़िक्र होता है, हरि सिंह नलवा के बग़ैर पूरा नहीं होता. पंजाब की सरज़मीं को अफ़गानों के क़ब्ज़े से छुड़ाने के सैन्य अभियानों की सफलता का सेहरा इसी बहादुर योद्धा के सिर बंधता रहा. उनके कौशल के क़िस्से उन्हें मिथक कथाओं के नायक सा दर्जा देते हैं. [….]