उज्जैन में लगातार पानी बरस रहा है. इतना बरसा है कि क्षिप्रा ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. शहर के कई पुराने मोहल्लों में घरों की पहली मंज़िल तक पानी पहुँच गया है. लोगों को वहाँ से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुँचाया जा रहा है. [….]
साधारण-से-साधारण और छोटी-सी-छोटी बात को गहराई से सोचने-समझने और उस पर अमल करने के अभ्यस्त हैं, ‘विकास’ (सहारनपुर) के सम्पादक श्री कन्हैयालाल मिश्र, जिनके रेखाचित्र मन को गहराई को नापने में सफल हुआ करते हैं. ऐसे ही मनोवैज्ञानिक विश्लेषण इन रेखा-चित्रों में आपने प्रस्तुत किये हैं. – सम्पादक [….]
रामपुर के अहल-ए-ज़बान और तहज़ीब के क़द्रदान लोगों के बीच यह क़िस्सा पुराना है कि पाकिस्तान के किसी शहर में सड़क से गुज़रते हुए दो रामपुरी लोगों ने एक शख़्स को रामपुरी टोपी पहनकर आते देखा तो सोचा कि दिखने में तो हमवतन मालूम होता है, क्यों न मिलकर दरयाफ़्त कर लें. [….]
‘शऊर की दहलीज’ का मलयालम् में हुआ अनुवाद छपकर आ गया है. हिंदी के कथाकार-आलोचक डॉ.प्रेमकुमार की इस किताब का अनुवाद प्रो.बी.पी.मुहम्मद कुंज मेत्तर ने किया है. यह किताब उर्दू अदब के नौ नामचीन रचनाकारों के इंटरव्यू का संकलन है. [….]
ख़बर है कि अंग्रेज़ी का नवजात शब्द ‘ओके बूमर’ आने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बहस की दिशा और दशा तय कर सकता है. ‘ओके बूमर’ शब्द का इस्तेमाल इन दिनों नई उम्र के युवा तब करते हैं, जब कोई उन्हें काफी देर उपदेश दे चुका हो. इसका सबसे नजदीकी हिन्दी अनुवाद -“अब बस करो बुढ़ऊ ..!” हो सकता है. [….]