महोबा | पहाड़ों वाले शहर में एक उम्मीद आज टूट गई. अलखराम ने तय किया है कि अब वह तभी घोड़ी चढ़कर दुल्हन विदा कराएंगे, जब उनकी मंगेतर बालिग घोषित कर दी जाएगी. वर और कन्या पक्ष के लोगों की कई दौर की बातचीत के बाद यही तय हुआ. [….]
महोबा | माधवगंज गाँव में अलखराम के ब्याह को लेकर शुरू हुई हलचलें अभी थमी नहीं है. अब ख़बर यह है कि अनुसूचित बिरादरी के अलखराम चाहें तो कल घोड़ी चढ़ सकते हैं. अफ़सरों के साथ ही गांव के लोग भी सहयोग करेंगे. [….]
महोबा | कुलपहाड़ तहसील. रोज़ जैसा ही मंज़र, लेकिन गर्मी कुछ ज्यादा…और पारा 39.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद भी तहसील परिसर में लोगों की भीड़. बेसब्री इस क़दर कि छोटी-सी ख़बर पर भी उछल पड़ते. और आख़िर में वह ख़बर आई, वह फ़ैसला जिसे सुनने के फेर में ही वे इतनी गर्मी में यहाँ डटे हुए थे. [….]
माधवगंज | …और अब सोशल मीडिया में इस नए ट्विस्ट ने अलखराम को परेशान कर डाला है. उन्होंने जो सपने संजोए और उसे पूरा करने को जो हौसला बांधा, उसमें अड़चन आ पड़ी है. सोचा था कि 18 जून को अपने ब्याह में वह सदियों पुरानी रूढ़ि से पार ज़रूर पा जाएंगे. [….]
महोबा | पहाड़ों के सौंदर्य के बीच बसे बुंदेलखंड के इस छोटे से ज़िले के चार ब्लॉकों में एक है पनवाड़ी. इसी पनवाड़ी ब्लॉक के गांव माधवगंज में ऐसा पहली बार होगा, जब अनुसूचित बिरादरी का कोई दूल्हा घोड़ी चढ़कर अपनी दुल्हन लेने जाएगा. गांव के अलखराम अहिरवार का ब्याह 18 जून को तय हुआ है. [….]