कथाकार, उपन्यासकार, नाटककार, पत्रकार, स्तंभकार, संपादक, स्क्रिप्ट राइटर और नौकरशाह, ये सभी भूमिकाएं किसी एक शख़्स की हों तो कोई भी पूछ सकता है – अच्छा, कितने कमलेश्वर! [….]
यों राजेन्द्र कृष्ण फ़िल्मी दुनिया के ऐसे गीतकार हैं, जिन्होंने फ़िल्मों की कहानी, स्क्रिप्ट और संवाद भी लिखे. इन सभी विधाओं में उन्होंने अधिकार से लिखा और कामयाब भी रहे. मगर उनके चाहने वालों में उनकी पहचान गीतकार की ही है. चार दशकों में उन्होंने कितने ही ऐसे नायाब गीत रचे, जो अब भी पसंद किए जाते हैं. [….]
आकाशवाणी के कार्यक्रमों से लेकर फ़िल्मों के संस्कृतनिष्ठ गीतों तक जिस एक शख़्स की छाप हमेशा बराबर मिलती है, वह पंडित नरेंद्र शर्मा हैं. बहुआयामी व्यक्तित्व वाले नरेंद्र शर्मा हिंदी की आन-बान और शान थे. कवि-गीतकार, लेखक, अनुवादक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रशासक – जीवन में जो भी भूमिका मिली उन्होंने अपनी छाप छोड़ी. [….]