पैट्रिक मोदिआनो का उपन्यास ‘डोरा ब्रूडर’ दूसरे विश्वयुद्ध के दिनों में पेरिस से लापता हुई पंद्रह साल की एक यहूदी लड़की डोरा के क़दमों की तलाश है, 1941 में पेरिस के एक अख़बार में छपी एक छोटी-सी ख़बर से हवाले से डोरा की यह तलाश जर्मनों के क़ब्ज़े वाले पेरिस शहर के माहौल का ऐसा पुनर्सृजन है [….]