-
राजिंदर अरोड़ा अपनी तरह के तजुर्बेकार और संवेदनाओं से भरपूर ज़िंदादिल शख़्स हैं, लेखक हैं, फ़ोटोग्राफ़र हैं और बड़े पढ़ाकू भी हैं. कुछ यादें, कुछ वाक़ये, कुछ लोग, कुछ हादसे, ग़म और ख़ुशियां, नाकामियाँ और कामयाबियाँ….कितने ही तजुर्बों से मिलकर ज़िंदगी बनती है…ज़िंदगी जिसे लेकर हर शख़्स का तजुर्बा मुख़्तलिफ़ है. ज़िंदगी को अलग-अलग रंगों में रंगने वाले तजुर्बे. [….]