रायपुर | लेखक और विचारक रामजी राय ने कहा कि फैंटसी भी यथार्थ को जानने का एक टूल है. सिर्फ़ कलाकारों की नहीं, सबकी अपनी-अपनी फैंटसी होती है. श्री राय यहां वृंदावन हॉल में अपनी किताब ‘मुक्तिबोध:स्वदेश की खोज’ के विमोचन के मौक़े पर बोल रहे थे. [….]
जबलपुर | क़रीब दस दिनों की थिएटर वर्कशॉप के दौरान तैयार हुए नाटक ‘युद्ध के विरुद्ध’ का मंचन नौ अप्रैल की शाम को शहीद स्मारक पर होगा. नृत्यांजलि कथक केंद्र और महाकौशल शहीद स्मारक ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस नाटक में बर्तोल्त ब्रेख़्त, साहिर लुधियानवी, वीरेन डंगवाल, दिनकर कुमार, अच्युतानंद मिश्र, हनुमंत किशोर, ऊषा दशोरा, विवेक चतुर्वेदी और विहाग वैभव की कविताएं और धर्मवीर भारती के नाटक ‘अंधा युग’ का एक अंश भी शामिल है. [….]