इलाहाबाद के दिनों के एक शख़्स डॉ.यू.के.मिश्र बेसाख़्ता याद आ रहे हैं. वह आबकारी विभाग में बड़े ओहदे पर थे. लेकिन जिस वजह से मैं उन्हें याद कर रहा हूँ वो उनकी दूसरी पहचान के कारण है. दरअसल वे एक उम्दा जिम्नास्ट भी थे. वह थे तो बहुत छोटे कद के. लेकिन उनके सपने बहुत बड़े थे. [….]