जयपुर | नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित भारतीय मूल के पहले शख़्स कैलाश सत्यार्थी की आत्मकथा ‘दियासलाई’ का लोकार्पण बृहस्पतिवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में होगा. [….]
साल के आख़िरी हफ़्ते में पीछे मुड़कर देखने और गुज़रे दिनों का लेखा-जोखा मीडिया की पुरानी रवायत है, पिछले कुछ सालों से किताबें भी इसका हिस्सा बन गई हैं. इस बीत रहे साल में किताबों की हमारी दुनिया यक़ीनन समृद्ध हुई है, संवाद न्यूज़ के दफ़्तर की अलमारी में भी कई और नई किताबों को जगह मिली है. इसकी कोई ख़ास तरतीब तो नहीं है, और न ही [….]
नई दिल्ली | 14वाँ नेशनल स्ट्रीट फ़ूड फ़ेस्टिवल 14 दिसंबर से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में शुरू हो रहा है. नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ स्ट्रीट फ़ूड वेंडर्स ऑफ़ इंडिया (नासवी) के इस सालाना उत्सव में शौक़ीन देश के अलग-अलग इलाक़ों के ख़ास ज़ाइक़ों का मज़ा ले सकते हैं. हर साल तीन दिनों तक चलने वाला उत्सव इस बार हालांकि सिर्फ़ दो दिन का होगा. [….]
जानकीपुल ट्रस्ट ‘जानकीपुल शशिभूषण द्विवेदी स्मृति सम्मान’ 2025 के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित कर रहा है. हिन्दी के सुप्रसिद्ध कथाकार स्मृतिशेष शशिभूषण द्विवेदी की स्मृति में जानकीपुल ट्रस्ट द्वारा ‘जानकीपुल शशिभूषण द्विवेदी स्मृति सम्मान’ वर्ष 2024 में स्थापित किया गया था. पहला सम्मान निर्णायकों प्रियदर्शन और मनीषा कुलश्रेष्ठ द्वारा कथाकार दिव्या विजय को [….]
नई दिल्ली | हम आजकल इतनी जल्दी में है कि तुरन्त सब कुछ हासिल कर लेना चाहते हैं. इस जल्दबाज़ी में हम अपने मूल्यों और नैतिकता को भुला रहे हैं. हमारी सभ्यता की हज़ारों वर्षों की यात्रा से हमने जिन मूल्यों को हासिल किया है, वे आज खंडित हो रहे हैं. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि मूल्यों के बिना हम जी नहीं सकते. आज हम अपने में [….]
नई दिल्ली | हमारा समाज इन दिनों तरह-तरह की संकीर्णताओं और कट्टरताओं से रूबरू है. इन स्थितियों से निपटने के लिए वैचारिक रौशनी की ज़रूरत है. दारा शुकोह एक ऐसे ही रोशनख़्याल ऐतिहासिक शख़्सियत हैं. उन्होंने हिंदुस्तान में मेलजोल पर आधारित संस्कृति को विकसित करने का सपना देखा था. जिसे उन्होंने संगम संस्कृति का नाम दिया. उनके विचार [….]
नई दिल्ली | सत्तर के दशक में आपातकाल लगाने के पीछे इंदिरा गांधी की सत्ता में बने रहने की चाह एक बड़ा और तात्कालिक कारण था लेकिन और भी ऐसे अनेक कारण थे जिनकी वजह से उन्होंने यह क़दम उठाया. उन कारणों को समझने के लिए हमें इतिहास में और पीछे जाने की ज़रूरत है. क्योंकि देश में उस आपातकाल की पृष्ठभूमि बहुत पहले से ही तैयार हो रही थी [….]
सोनीपत | विश्व फ़ोटोग्राफ़ी दिवस के मौक़े पर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन ने ‘फ़ॉर्म्स एण्ड फ़ोल्ड्स’ शीर्षक से आज तस्वीरों की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया. इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के फ़ोटोग्राफ़ी क्लब से चुनी गई 130 तस्वीरें शामिल हैं, जो इसके विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा की नज़ीर पेश करती हैं. [….]