संस्कृत के शब्द रोटिका से बना है – रोटी. और यही दूसरी चीजों के साथ मिलकर रोटी को अलग पहचान देती है – पाव रोटी, डबल रोटी, ख़मीर रोटी, मीठी रोटी, मिस्सी रोटी, रुमाली रोटी या फिर तन्दूर में पककर तंदूरी रोटी. [….]
रघुपति सहाय यानी फ़िराक़ गोरखपुरी की ज़िंदगी में और अब तक ऐसे कितने क़िस्से-वाक़ये बयान किए जाते रहे हैं कि वह हिन्दी और हिन्दी के लेखकों को पसंद नहीं करते थे. उनकी शख़्सियत पर चस्पा इस नापसंदगी की बाबत कुछ ऐसे क़िस्से भी कहे-सुने जाते हैं कि वह हिन्दी के घोर विरोधी थे. [….]
मैग्नम फ़ोटो एजेंसी ने फ़ोटोजर्नलिस्ट डेविड एलन हार्वी को सस्पेंड कर दिया है. उनके ख़िलाफ़ मिली गोपनीय शिकायतों की एजेंसी जांच करा रही है. [….]
लंदन | महात्मा गांधी का सुनहरे फ़्रेम वाला चश्मा 340,000 डॉलर में नीलाम हुआ. ईस्ट ब्रिस्टल ऑक्शंस की इन्स्टाग्राम पोस्ट में कहा गया है कि चार हफ़्ते पहले यह चश्मा कोई शख़्स उनके लेटरबॉक्स में छोड़ गया था, [….]
नब्बे के हुए पंडित जसराज. उनके जन्मदिन के मौक़े पर आज उनके लम्बे इंटरव्यू से लिया गया यह अंश मेवाती घराने के अनुशासन के साथ ही उनके व्यक्तित्व और मान्यताओं को समझने में मदद करता है. [….]
महराजगंज | दुनिया की सैर को निकला एक फ़्रेंच परिवार हिन्दुस्तान घूम लेने के बाद नेपाल जाने के इरादे से महराजगंज से होकर गुज़रा तो फिर यहीं के कोल्हुआ गाँव में ठहर गया. पिछले पाँच महीने से इस परिवार के पाँच लोगों की रिहाइश कोल्हुआ उर्फ सिहोरवा शिव मंदिर है. [….]
कवि, शिक्षक और पत्रकार वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है. उनका रचना संसार उनकी शख़्सियत का आईना है – बेलौस, फक्कड़, बेचैन मगर चिंतनशील शख़्सियत की परछाइयां. वह जीवन और उल्लास के कवि हैं. आम आदमी, आसपास की दुनिया और इसी दुनिया में ख़ुश करने के सामान और उदास होने की वजहें दोनों ही जिस तरह मौजूद हैं [….]
ऐसे समय में कि जब भारत में महामारी से प्रभावित लोगों की तादाद 6.90 लाख से ऊपर पहुंच गई है, वैज्ञानिकों ने दुनिया को चेताया है कि महामारी के विषाणु हवा के ज़रिये भी फैल सकते हैं, ख़ासतौर पर अगर बहुत सारे लोग किसी बंद जगह में बैठे हों. [….]
आगरा| ताजमहल सहित शहर और आसपास के स्मारक फिलहाल नहीं खुलेंगे. ज़िले के अफ़सरों ने महामारी की स्थिति को देखते हुए इतवार की शाम को यह फ़ैसला किया. [….]
आसमान में उड़ती अज्ञात वस्तुओं (अनआइडेंटिफ़ाइड फ़्लाइंग ऑब्जेक्ट) के रहस्य, यहां तक कि उनके अस्तित्व के बारे में पक्के से अभी तक कुछ नहीं जा सका मगर उड़नतश्तरियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के इरादे से दुनिया भर में दो जुलाई को यूएफ़ओ दिवस मनाते हैं. [….]
मुंबई | इस बार गणपति उत्सव के दौरान मुंबई का मशहूर ‘लालबाग का राजा’ पंडाल नहीं सजेगा. लालबागचा राजा गणेश मंडल ने इस साल उत्सव रद्द करने की घोषणा करते हुए कहा है कि महामारी की वजह से यह फ़ैसला लिया गया है. [….]
नई पीढ़ी के निबंध के विषयों में शायद न भी हो मगर कुछ बरस पहले तक स्कूल की अंग्रेज़ी की किताब में ‘द पोस्टमैन’ और हिन्दी की किताब में ‘डाकिया’ पर निबंध शामिल हुआ ही करते थे. किताबों के बाहर कमोबेश हम सब की ज़िंदगी में भी [….]
‘ओलपंस’ ने अपने कैमरा डिविज़न का कारोबार समेटने और इसे बेचने का फ़ैसला किया है. वजह पिछले तीन साल से कम्पनी को लगातार हो रहा घाटा है. कम्पनी की ओर से कहा गया है कि तमाम कोशिशों के बावजूद डिज़िटल कैमरा का बाज़ार अब मुनाफ़े का नहीं रह गया है. [….]
बांदा में एक गांव के लोगों को सूबे के मुख्यमंत्री को लिखा है कि वह उनके ज़िले के सीडीओ से कहें कि हलफ़ उठाकर वह इतना भर कह दें कि घरार नाले की सफ़ाई का काम उन लोगों के श्रमदान से नहीं हुआ, बल्कि मनरेगा में कराया गया है. [….]
इस बार का रिचर्ड डॉकिंस अवॉर्ड शायर जावेद अख़्तर को दिया गया है. यह पुरस्कार पाने वाले वह पहले हिन्दुस्तानी हैं. [….]
चीन के तियानानमेन चौक पर टैंकों की क़तार के सामने खड़े इस शख्स की तस्वीर याद है न आपको! 5 जून 1989 की इस तस्वीर में दुनिया ने प्रतिरोध की इस ख़ामोश मूर्ति को देखा और यह शख़्स ‘टैंक मैन’ के नाम से मशहूर हो गया. [….]
फ़िल्म निर्देशक बासु चटर्जी नहीं रहे. 90 वर्ष के बासु दा ने आज सुबह मुंबई में आख़िरी सांस ली. [….]
गुज़रे ज़माने में एक पत्रिका थी – लाइफ़. न्यूयॉर्क से छपती थी मगर जिसकी दिलचस्पी ज़िंदगी में थी और यही वजह है कि दुनिया भर के लोगों की इस पत्रिका में दिलचस्पी हुआ करती थी. [….]
अख़बारों के लिए किसानों-मजदूरों का महत्व ही क्या
जवाहरलाल नेहरू ने अपनी आत्मकथा में औपनिवेशिक भारत में पत्रकारिता के हाल का जो बयान किया है उस पर नज़र डालना दिलचस्प हो सकता है. [….]
क़िस्सागो होने का एक फ़ायदा तो यही है कि आप चाहें तो हाले दिल भी ख़ालिस तसव्वुर के पर्दे में बयान करते रह सकते हैं यानी कि फ़िक्शन साबित कर सकते हैं. डिबाई से निकलकर लाहौर जा बसे इंतिज़ार हुसेन के हिस्से ख़ूब शोहरत-इज़्ज़त-इनाम आए [….]