सुभाष चंद्र कुशवाहा लेखक हैं, संस्कृतिकर्मी और घुमक्कड़ हैं. उनकी नज़र आमतौर पर उन विषयों पर रहती है, जिन पर हिन्दी में कम ही लिखा गया है. ‘चौरी चौरा विद्रोह और स्वाधीनता आन्दोलन’ और ‘अवध का किसान विद्रोह’ इतिहास पर उनकी शोधपरक किताबें हैं. हाल ही में उनकी किताब ‘कबीर हैं कि मरते नहीं’ आई है. [….]