‘एक बंगाली के संस्मरणः बरेली में विद्रोह का वृतांत, 1857’ उन दिनों बरेली में रहे एक बंगाली सज्जन के हवाले से विद्रोह का ख़ाका है. इस संस्मरण में जहां-तहां बरेली शहर के भूगोल, उस दौर के रईसों और आम जन की ज़िंदगी की हलचलों की परछाइयां भी मिलती हैं. [….]