ईरान की जेल में क़ैद मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी के नाम का नोबल पुरस्कार नार्वे की राजधानी ओस्लो में इतवार को उनके जुड़वां बच्चों ने प्राप्त किया, जिन्हें उन्होंने वर्षों से नहीं देखा है. ‘द हिंदू’ ने लिखा है कि नरगिस महिला अधिकारों और मृत्युदंड के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए जानी जाती हैं. [….]
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