कल एक परिचित का फ़ोन आया. अपनी नई किताब के बारे में राय जानने के लिए. कुछ रोज़ पहले ही मिली उनकी किताब अभी पूरी नहीं पढ़ सका हूं तो क्या बताता? तो अब तक जितना पढ़ सका, उसके बारे में बता दिया. वायदा किया कि किताब ख़त्म करके विस्तार से ज़रूर बताऊंगा. [….]